बरेली।
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के फरीदपुर में मंगलवार-बुधवार की दरमिया भीषण सड़क हादसा हो गया। एनएच-24 पर कार और ट्रक में जोदार भिड़ंत हो गई। जिसमें भाजपा विधायक और उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री के छोटे बेटे अंकुर पांडे समेत दो लोगों की मौत हुई है, जबकि एक घायल हो गया।टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के पुत्र के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार देर रात अंकुर अपने साथी मुन्ना गिरी (28) निवासी बाजपुर जिला ऊधमसिंह नगर और ज्ञानेंद्र के साथ किसी वैवाहिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गोरखपुर जा रहे थे।गाड़ी अंकुर ही चला रहे थे। नेशनल हाईवे 24 पर ट्रक व वरना गाड़ी में जोरदार भिड़ंत हुई। हादसा फरीदपुर थाना क्षेत्र के रिलायंस पेट्रोल पंप के पास हुआ। इस भीषण हादसे में अंकुर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। ट्रक चालक गाड़ी छोड़कर मौके से फरार हो गया। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। वहीं, गंभीर रूप से घायल एक युवक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद युवक कोमा में चला गया है। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया है। आरोपित चालक की तलाश शुरू कर दी गई है।
इस दुर्घटना की सूचना मिलने के बाद गदरपुर और बाजपुर सहित पूरे जिले में शोक की लहर फैल गई है। उधर इस सूचना के बाद शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के गदरपुर स्थित गूलरभोज आवास पर लोगों का ताता लगना शूरू हो गया है। घटना के बाद अंकुर पांडे और मुन्ना गिरी के परिवार में कोहराम मच गया है।बेटे की मौत की सूचना के बाद मंत्री अरविंद पांडेय भी गूलरभोज के लिए रवाना हो गए और सुबह करीब 10 बजे अपने आवास पहुंचे। उनके बड़े बेटे अतुल पांडेय भी आवास पर पहुंच गए हैं। सूचना मिलने के बाद तड़के से ही शोक जताने के लिए आवास पर लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। बताया गया कि अंकुर पांडेय की अंत्येष्टि गूलरभोज शमशान घाट पर आज की जाएगी। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत हेलीकॉप्टर से 11 बजे देहरादून से गूलरभोज के लिए रवाना हुए। वहां पहुंचने के बाद उन्होंने अरविंद पांडेय को ढांढस बंधाया। इसके बाद आवास से अंतिम यात्रा निकाली गई। जिसमें भारी संख्या में लोग शामिल हुए।