नई दिल्ली।
शनिवार को पीएम मोदी ने बीजेपी सांसदों की क्लास ली और कई महत्वपूर्ण पाठ पढ़ाए और गुरुमंत्र दिया। मोदी ने कहा कि अपने पार्टी कैडेर पर फोकस करें। किसी अन्य पार्टी नेता की तरह ही आपके कार्यकर्ता भी महत्वपूर्ण हैं। सांसदों को पार्टी के कार्यकर्ताओं के लगातार संपर्क में रहने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी बदौलत ही वे यहां तक पहुंच पाए हैं।
दरअसल, शनिवार को भाजपा ने अपने सांसदों के लिए अभ्यास वर्ग कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें सभी सांसदों की उपस्थिति अनिवार्य थी। इस कार्यक्रम को संबोधित पीएम मोदी, अमित शाह और भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया। इस कार्यक्रम में तीनों ही बड़े नेताओं ने सांसदों को संसदीय मर्यादा से परिचित कराया। पीएम मोदी ने कहा कि अपने संसदीय क्षेत्र का खास ध्यान रखें. वहां से जुड़े मुद्दों को संसद में उठाते रहें और संसदीय प्रक्रिया में अपनी भागीदारी बढ़ाएं आप कार्यकर्ताओं को अपनी यात्रा में शामिल करें और विकास पर ध्यान रखें। वह सिर्फ आपके इलेक्शन टूल नहीं हैं। उन्होंने सभी सांसदों से कड़ी मेहनत करने की भी अपील की। इस दौरान कुछ सांसद, पीएम मोदी के संबोधन की बातें लिख रहे थे, तभी उन्होंने कहा कि लिखने से ज्यादा चीजों को सुनना और जीवन में उतारना जरूरी है।
सांसदों के बीच में बैठे मोदी
इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी की एक तस्वीर चर्चा का विषय रही। आम तौर पर प्रधानमंत्री मोदी के लिए सांसदों की बैठक में अलग से कुर्सी होती है जिसे ऊंचे मंच पर रखा जाता है, लेकिन संसद भवन परिसर में बीजेपी सांसदों के लिए आयोजित कार्यशाल ‘दिशा-दर्शन’ शिविर में पीएम मोदी सांसदों के साथ पीछे वाली लाइन में बैठे दिखाई दिए। उनके आगे वाली सीट पर सांसद मनोज तिवारी और कई अन्य सांसद बैठे हैं, जबकि पीछे वाली सीटों पर महिला सांसद बैठी हैं। पीएम मोदी पीछे वाली लाइन में क्यों बैठे हैं, इस सवाल पर जानकारी मिली है कि यह सांसदों की कार्यशाला है। वे बनारस से सांसद भी हैं।बतौर सांसद इस सत्र में प्रजेंटेशन सुन रहे हैं।
आज सांसदों को संसद के बारे में दी जाएगी जानकारी
कार्यक्रम का आज दूसरा और समापन दिवस है।इस पाठशाला में पीएम मोदी रविवार शाम को भी बीजेपी सांसदों का मार्गदर्शन करेंगेयह कार्यशाला विचारधारा का संदेश और सांसदों से पार्टी की अपेक्षा बताने के लिए आयोजित की गई है। आज सभी सांसदों को संसद के अंदर और बाहर अपने आचरण के बारे में जागरूक किया जाएगा। उन्हें इस बात की भी जानकारी दी जाएगी कि जन कल्याण से जुड़े मुद्दों पर जनता से कैसे जुड़ना है। इनके अलावा, संसद में अपने संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों के सामने आने वाले मुद्दों को कैसे रखा जाए, इस पर सांसदों को जागरूक किया जाएगा।अगले सप्ताह शनिवार-रविवार सांसदों के निजी स्टाफ के लिए भी ऐसी ही कार्यशाला आयोजित की जाएगी।