भोपाल। खान अशु।
जिलेभर के शिक्षा मंदिरों की बागडोर सम्भालने वाले बड़े महकमे में हर शाम ‘मधुशाला’ की रौनक छाने लगती है। कई आरोपों से घिरे, कई शिकायतों के घेरे में फंसे, कई भ्रष्टाचार के आरोप होने के बाद भी विभाग के बड़े अफसर का इस मनमौजी कर्मचारी पर कोई कार्यवाही न करना भी सवालों को जन्म दे रहा है। हालात जिला शिक्षा अधिकारी के हैं। सूत्रों का कहना है कि यहां हर शाम सुरा की महफिल सज जाती है। जरूरी फाइलों के बीच फैले शराब के गिलास, टेबल के आसपास लहराते मदहोश कर्मचारी यहां दिखाई देने लगते हैं। नशे का सुरूर जब इनपर हावी होता है तो सरकारी कम्प्यूटर पर पोर्न साइट्स और अश्लील फिल्मों की तरंगें भी यहां लहराती रहती हैं।
शराब महफिल में डूबे कई
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में हर शाम सजने वाली शराब महफिल के सूत्रधार खेल अधिकारी जोयसन होते हैं। इसमें उनकी संगत देने के दूसरे कर्मचारी अभय श्रीवास्तव, टाइपिस्ट अभिलाष सक्सेना, कम्प्यूटर ऑपरेटर प्रमोद लोधी आदि भी शामिल रहते हैं। सरकारी में चल रहीं इन अवैध और अनैतिक गतिविधियों की शिकायत यहां रात की ड्यूटी करने वाले चौकीदार कई बार डीईओ को की जा चुकी है। लेकिन इन मनमौजी कर्मचारियों पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। सूत्रों का कहना है कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में यह सब गोंडोबल एक साल से ज्यादा समय से चल रहा है।
भ्रष्टाचार, अनैतिकता से घिरे जोयसन
सूत्रों का कहना है कि खेल अधिकारी जोयसन अपने कार्य, व्यवहार, कार्यशैली के चलते कई आरोपों से घिरे हुए हैं। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की कई शिकायतें विभाग के पास पहुंची हैं। इन शिकायतों का असर महज कारण बताओ नोटिस जारी करने तक ही हो पाया है। जोयसन पर खिलाड़ी चयन और पुरस्कार वितरण को लेकर भ्रष्टाचार की कई शिकायतें हैं। जोयसन पर विभाग की महिला कर्मचारी के साथ अश्लील हरकतें करने और यहां के पुरुष चौकीदार के साथ गाली गलौज करने की शिकायत भी हो चुकी हैं।
डीईओ खामोश, जायसन बोले ग्रीन टी पीते हैं!
इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना से बात करना चाही तो उन्होंने कोई जवाब देना मुनासिब नहीं समझा। जबकि खेल अधिकारी जोयसन ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि वे ऑफिस में ग्रीन टी पीते हैं, जिसे शराब बताकर उन्हें बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए भ्रष्टाचार, अनैतिकता और अवैध गतिविधियों के आरोपों को उनके दुश्मनों की साजिश करार दिया है।