भोपाल| बच्चों के स्वास्थ्य की जांच एवं कुपोषण रोकने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में 10 जून से शुरू किये दस्तक अभियान की रैंकिंग में ग्वालियर जिले ने लम्बी छलांग लगाई है | ठीक एक हफ्ते पहले ग्वालियर की रैंकिंग 26वीं थी| जिस पर कलेक्टर अनुराग चौधरी ने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई| वहीं सीएमएचओ डॉ. मृदुल सक्सेना ने अपने विभाग के 27 लापरवाह कर्मचारियों का नोटिस थमाए थे| कलेक्टर की सख्ती के बाद ग्वालियर में इसका जोरदार असर हुआ है और अब इस अभियान के तहत ग्वालियर टॉप 7 जिलों की लिस्ट में शामिल हो गया है| जिससे अब अधिकारियों को जिलों की रैंकिंग में पहले पायदान पर आने की संभावना भी बढ़ गई है|
दरअसल, ग्वालियर समेत प्रदेश के सभी जिलों में 10 जून से दस्तक अभियान प्रारंभ हुआ है। इसके चालू होने से पहले ही कलेक्टर ने अभियान की सफलता को लेकर लगातार बैठकें कर इसमें बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी लगाए थे। यह अभियान जिले में 20 जुलाई तक चलना है पर शुरुआत में स्तिथि गड़बड़ रही और जिले की रैंकिंग में ग्वालियर 26 वीं रैंक पर आया| पिछले दिनों कलेक्टोरेट में हुई बैठक में जिले की रैंक अच्छी नहीं होने के कारण कलेक्टर अनुराग चौधरी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कड़ी फटकार लगाई |
कलेक्टर श्री चौधरी ने अभियान की समीक्षा के बाद घटिया प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए । इसके साथ ही महिला एवं बाल विकास विकास सहित अन्य विभागों के सहयोग से इस अभियान को लेकर टास्क दिए गए थे| कलेक्टर ने कहा, अभियान को प्रभावी रूप देकर अंत के 12 दिनों में अच्छा काम करके जिले को एक नंबर पर लाने का प्रयास किया जाए। कलेक्टर के निर्देशों का पालन करते हुए दस्तक अभियान में लापरवाही बरतने वाले 27 कर्मचारियों को नोटिस थमाए गए| कलेक्टर की इस सख्ती के बाद स्वस्थ्य महकमे के अफसर और कर्मचारी दस्तक अभियान को लेकर सचेत हुए, जिसका परिणाम यह हुआ कि एक सप्ताह में ही ग्वालियर ने लम्बी छलांग लगाते हुए जिले की रैंकिंग में टॉप 7 में जगह बना ली|