देवास।
मध्यप्रदेश की आठ लोकसभा सीटों पर 19 मई को मतदान होना है। इन आठ सीटों में से यदि देवास-शाजापुर लोकसभा सीट की बात की जाए तो यहां का मुकाबला बहुत ही रोचक है। ऐसा इसलिए क्योकि एक ओर भाजपा से महेंद्र सिंह सोलंकी जो की न्यायधीश का पद छोड़ चुनाव मैदान में हैं, तो वही दूसरी ओर कांग्रेस से कबीर भजन लोकगीत गायक पद्मश्री प्रह्लाद टिपानिया मैदान में है। वैसे तो यह क्षेत्र भाजपा का गड माना जाता है लेकिन बीते 3 लोकसभा चुनावो में यहाँ कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। इस बार मुकाबला रोचक इसलिए भी है क्यंकि दोनों ही प्रमुख दलों के प्रत्याशी राजनीति में नए है ओर राजनीति का अनुभव उनके पास नहीं है।
देवास-शाजापुर लोकसभा सीट प्रदेश की एक ऐसी सीट रही है, जहां से बीजेपी के कद्दावर नेता थावरचंद गहलोत चुनाव लड़ चुके हैं। यह सीट 2008 में अस्तित्व में आई। शाजापुर लोकसभा सीट को खत्म करके बनाई गई देवास लोकसभा सीट पर दो चुनाव हुए हैं, जिसमें से एक में कांग्रेस और एक में बीजेपी को जीत मिली है. इस सीट से 2014 का लोकसभा चुनाव जीतने वाले बीजेपी के मनोहर ऊंटवाल ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में आगर सीट से भी जीत हासिल की। और अब ऊंटवाल विधायक हैं।
देवास लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें हैं। आष्टा, शुजालपुर, देवास, आगर, कालापीपल, हटपिपल्या, शाजापुर और सोनकच्छ यहां की विधानसभा सीटें हैं। बीतें विधानसभा चुनावों में 4 पर बीजेपी और 4 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है।
2014 में यहां क्या रहा परिणाम?
बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा के मनोहर ऊंटवाल ने कांग्रेस के सज्जन सिंह को शिकस्त दी थी। मनहोर ऊंटवाल को 665646(58.19 फीसदी) वोट मिले थे तो वहीं सज्जन सिंह को 405333(35.49 फीसदी) वोट मिले थे। दोनों के बीच हार और जीत का अंतर 260313 वोटों का रहा।
2011 की जनगणना के अनुसार यहां की जनसंख्या 24,85,019 है। 73.29 फीसदी लोग ग्रामीण इलाके में रहते हैं और 26.71 फीसदी लोग शहरी क्षेत्र में। 24.29 फीसदी जनसंख्या अनुसूचित जाति की है और 2.69 फीसदी जनसंख्या अनुसूचित जनजाति की है। चुनाव आयोग के आंकड़े के मुताबिक 2014 के चुनाव में यहां पर 16,17, 215 मतदाता थे, इसमें से 7,73,660 महिला मतदाता और 8,43, 555 पुरूष मतदाता थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां पर 70.74 फीसदी मतदान हुआ था।