मंदसौर।
मध्यप्रदेश के चौथे चरण की वोटिंग में आठ खंडवा, खरगोन, देवास, उज्जैन, धार, रतलाम, मंदसौर और इंदौर में पर वोटिंग होना है। लेकिन इस बार मंदसौर लोकसभा सीट पर मुकाबला रोचक होने वाला है। कांग्रेस ने यहां से पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की करीबी मीनाक्षी नटराजन चुनाव मैदान में उतारा हैं तो वही बीजेपी ने वर्तमान सांसद सुधीर गुप्ता पर भरोसा जताया है।नटराजन जहां कर्जमाफी और न्याय के मुद्दे पर वोट मांग रही हैं, वही गुप्ता अपने पांच सालों क��� कामों को भुनाने में लगे हुए है, हालांकि जनसंपर्क के दौरान उन्हें कई जगहों पर विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है। वही हाल मे जनसपंर्क के दौरान चोटिल होने के चलते उनके पैर में फैक्चर हो गया, जिसके चलते आखरी दौर मे प्रचार करना उनके लिए चुनौती बना हुआ है। जहां नटराजन की जीत राहुल की साख पर टिकी है वही बीजेपी के लिए गढ़ बचाना चुनौती है।
मध्य प्रदेश की मंदसौर लोकसभा सीट भाजपा का मजबूत गढ़ मानी जाती है। यहां की जनता ने हमेशा ही BJP का साथ दिया है। लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद समीकरण बदले बदले से है।मंदसौर की 8 में से 1 कांग्रेस और 7 भाजपा के पास है। बावजूद इसके जनता का झुकाव कांग्रेस की तरफ बढ़ता दिखाई दिया है, जिससे मंदसौर में भाजपा की मुश्किलें बढ़ती हुई दिख रही है। दूसरी बात सुधीर गुप्ता यहां के वर्तमान सांसद हैं, भाजपा के लिए यह इसलिए प्रतिष्ठा की सीट है क्योंकि यह क्षेत्र आरएसएस का गढ़ है कांग्रेस को अंतिम बार 2009 में इस सीट पर जीत हासिल हुई थी, जिसमें कांग्रेस की दिग्गज नेता कही जाने वाली मीनाक्षी नटराजन यहां से जीत हासिल की थी।
इस बार मंदसौर में किसानों पर गोली चलाना चुनावी मुद्दा है। भाजपा को विधानसभा चुनाव में भी यहां नुकसान उठाना पड़ा था। ऐसे में कांग्रेस को फायदा मिल सकता है। मंदसौर सीट 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की मीनाक्षी नटराजन ने भाजपा के अजेय कहे जाने वाले डॉ.लक्ष्मीनारायण पांडेय को हराकर छिनी थी। 2014 में भाजपा के सुधीर गुप्ता ने नटराजन को हराकर इसे फिर भाजपा की झोली में डाल दिया। ऐसे में पार्टी ने फिर गुप्ता पर भरोसा जताकर जीत की बड़ी जिम्मेदारी कंधों पर डाल दी है। वही ऱाहुल ने भी नटराजन को गुप्ता के सामने दोबारा उतरकर चक्रव्यूह भेदने का विश्वास जताया है।हालांकि जीत किसकी होगी ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन इससे पहले दिग्गज नेता यहां दौरे करने वाले है, जिसके चलते मुकाबला और भी रोमांचक हो गया है।
स��ंसद का रिपोर्ट कार्ड
सांसद सुधीर गुप्ता को उनके निर्वाचन क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए 26 करोड़ आवंटित हुए. जिसका उन्होंने 94 फीसदी फंड खर्च कर दिया, जबकि 6 फीसदी फंड बिना खर्च किए रह गया। सुधीर गुप्ता को हाल ही में फेम इंडिया के सर्वे में देश के टॉप 25 सांसदों की लिस्ट में भी शामिल किया गया था।